📘 Module 1: Financial Literacy की बुनियादी समझ
“Wants vs Needs” को समझना फाइनेंशियल डिसिप्लिन की जड़ है। इसी से तय होता है कि हम पैसे को बर्बाद करेंगे या बचाएंगे और बढ़ाएंगे।
🧠 WANTS vs NEEDS — फ़र्क समझिए, पैसा बचाइए
Needs (ज़रूरतें - बेसिक और अनिवार्य खर्च)
Needs वो चीज़ें हैं जिनके बिना आपकी जिंदगी ठप्प हो सकती है। ये आपकी survival, health, और कामकाज से जुड़ी होती हैं।
✅ Examples:
- घर का किराया या EMI
- राशन, खाना
- Basic कपड़े
- Electricity, पानी, Mobile recharge
- बच्चों की school fees
- Health care और दवाइयाँ
- Transport (office आने-जाने का साधन)
📌 Need = ज़रूरी खर्च जो ना हो तो मुश्किल हो
Wants (ख़्वाहिशें - आराम, luxury या दिखावा)
Wants वो चीज़ें हैं जो life को आरामदायक और enjoyable बनाती हैं — मगर इनके बिना भी ज़िंदगी चल सकती है।
❌ Examples:
- 5G स्मार्टफोन, जब 4G ठीक चल रहा है
- Netflix, Hotstar सब्सक्रिप्शन
- AC या कार upgrade, जब पुराना ठीक है
- बार-बार बाहर खाना
- Luxury कपड़े या जूते
- Social media दिखावे के खर्च
📌 Want = सुविधा की चीज़, मजबूरी नहीं
Wants vs Needs — Practical Comparison
खर्च | Need है या Want? | क्यों? |
---|---|---|
₹2000 grocery | Need ✅ | खाना ज़रूरी है |
₹6000 branded shoes | Want ❌ | comfort के लिए local option available |
₹15K smartphone | Need ✅ (maybe) | basic काम के लिए |
₹40K iPhone | Want ❌ | show-off, not functional need |
₹500/month SIP | Need ✅ | future security |
₹2000/month Zomato | Want ❌ | खाना घर में भी बन सकता है |
Wants और Needs में फ़र्क कैसे पहचानें?
✔️ खुद से ये 4 सवाल पूछिए:
क्या मैं इसके बिना ज़िंदा रह सकता हूँ? → अगर हाँ, तो ये Want है।
क्या ये मेरी income के अनुसार है? → अगर नहीं, तो ये Want है — और debt बन सकती है।
क्या ये खर्च टाला जा सकता है? → हाँ? Want है।
क्या ये मेरी ज़िंदगी को secure बनाएगा या सिर्फ दिखावे के लिए है? → दिखावा? Want है।
Delay Your Wants Rule
Want को कभी भी “No” नहीं बोलना पड़ता — आप बस “Not Now” कहें।
“Wants को delay करके अगर आप उस पैसे को invest करें — तो आने वाले सालों में वही चीज़ बिना stress के ले सकते हैं।”
Smart Practice
खर्च | Immediate? | Delay Possible? | Final Action |
---|---|---|---|
Gym membership ₹20K | Not urgent | Delay 1 month | Save ₹10K monthly |
AC upgrade ₹35K | Old one is working | Yes | Invest in ETF |
Mobile recharge ₹299 | Needed for work | No | Go ahead |
Action Steps:
अपने इस महीने के खर्चों को दो कॉलम में बाँटें:
- NEEDS 🟢
- WANTS 🔴
WANTS को टालें या प्लान करके पूरा करें (e.g. “6 महीने बाद EMI में laptop”)
जितना पैसा बचा, उसका 50% invest करें — compounding चालू कर दें।
Bottom Line:
“Wants से lifestyle बनती है, Needs से ज़िंदगी चलती है, और बीच का balance बनाने से Wealth बनती है।”
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